अकेलेपन की गहराई पर मार्मिक और अनोखी शायरी | ‘दिल के सूने कोने’ में छुपे दर्द को शब्दों में पिरोया गया है। ये गहरी और भावुक शायरी आपके दिल को छू जाएगी। पढ़ें और अपने अकेलेपन को शब्द दें।
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Sad Shayari – अकेलेपन की गहराई
अकेलापन वो नहीं जब कोई साथ न हो,
अकेलापन वो है जब खुद से बात न हो।
चांद भी अकेला है, पर रोशनी बिखेरता है,
मैं भी अकेला हूं, पर आंसू बहाता हूं।
तुम्हारी यादों के सहारे जी रहा हूं,
पर ये यादें भी अब साथ छोड़ने लगी हैं।
वक्त के साथ चलते-चलते,
खुद को ही पीछे छोड़ आया हूं।
मैंने अपनी आत्मा से पूछा, तू क्यों उदास है?
उसने कहा, तेरे दिल के सूने कोनों में मैं खो गई हूं।
अकेलेपन में भी एक अद्भुत सुकून है,
जहां खुद को समझने का मौका मिलता है।
भीड़ में भी अकेला हूं,
क्योंकि हर चेहरे पर एक मुखौटा है।
दिल के सूने कोनों में बस एक सन्नाटा है,
जो हर रात मेरी आवाज बनकर रोता है।
गीतों की धुन पर थिरकता है मेरा अकेलापन,
हर सुर में तेरी यादों का साज बजता है।
अकेलेपन को अपना साथी बना लिया है,
क्योंकि यही एक सच्चा रिश्ता है जो टूटता नहीं।
अकेलेपन का सफर तो हर किसी को तय करना है,
बस कुछ लोग इसे जल्दी, और कुछ लोग बाद में महसूस करते हैं।